प्रेगनेंसी में महिलाओं के शरीर में आ सकते हैं ये 7 बदलाव
7 Body Changes During Pregnancy : क्या आपके शरीर में भी प्रेगनेंसी के दौरान कुछ बदलाव नजर आ रहे हैं? जैसे-जैसे उम्र बढ़ती हैं, वैसे-वैसे महिलाओं के शरीर में कई तरह के परिवर्तन होते रहते हैं (Changes in Women Body)। महिलाओं के शरीर में बदलाव प्रकृति का नियम है। गर्भावस्था के दौरान भी महिलाओं के शरीर में कई परिवर्तन या बदलाव नजर आते हैं, जो सामान्य होते हैं (Changes in Pregnancy)।
ऐसे में अगर आप भी गर्भवती हैं और आपके शरीर में बदलाव हो रहे हैं, तो इस स्थिति में आपको घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यह सभी परिवर्तन सिर्फ प्रेगनेंसी के पीरियड तक ही रहते हैं, उसके बाद ये अपने आप सामान्य हो जाते हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ इंद्रायणी सालुंखे से जानते हैं, प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कौन-कौन से बदलाव नजर आ सकते हैं।
प्रेगनेंट महिलाओं में होने वाले बदलाव (Changes in Women Body During Pregnancy)
1. प्रेगनेंसी में स्तनों का आकार बढ़ना (Breast Enlargement in Pregnancy)
प्रेगनेंसी में महिलाओं के स्तनों या ब्रेस्ट का आकार बढ़ना स्वाभाविक होता है (Breast Size Increase in Pregnancy)। इसमें आपको डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में यह बदलाव होना बेहद सामान्य है। जैसे-जैसे आपके गर्भावस्था का समय बढ़ता है यानी बच्चे को विकास होता है, वैसे-वैसे आपके स्तनों का आकार भी बढ़ता रहता है।
दरअसल, इस समय महिलाओं के स्तन स्तनपान कराने के लिए तैयार हो रहे होते हैं। इसके अलावा कई बार स्तनों और निपल्स पर खुजली की भी समस्या होने लगती है। लेकिन यह भी एक सामान्य समस्याएं हैं।
2. प्रेगनेंसी में वैरिकोज वेन्स (Varicose Veins in Pregnancy)
वैरिकोज वेन्स एक ऐसी बीमारी है, जिसमें पैरों की नसों में खून जमा हो जाता है। पैरों में सूजन आ जाती है और चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है। प्रेगनेंसी में महिलाओं के शरीर में यह समस्या भी हो सकती है। दरअसल, प्रेगनेंसी में गर्भाशय का आकार बढ़ (Increase Uterus Size) जाता है, जिसकी वजह से ब्लड सर्कुलेशन धीमा या स्लो (Slow Blood Circulation in Pregnancy) हो जाता है। जिससे नसों में सूजन (Swollen Veins) आ जाती है। यह पीड़ादायक हो सकता है। इसमें गर्भाशय के रंग में भी थोड़ा बहुत परिवर्तन हो सकता है।
3. प्रेगनेंसी में बार-बार पेशाब का अनुभव (Frequent Urination in Pregnancy)
वैसे तो बार-बार पेशाब आने की समस्या किसी को भी हो सकती है, लेकिन प्रेगनेंसी में महिलाओं को इसका अनुभव होती ही है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बार-बार पेशाब आने की समस्या रहती है। प्रेगनेंसी में शरीर में आने वाले बदलावों में से एक यह भी है। इस समस्या को कम या दूर करने के लिए आप पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज (Pelvic Floor Exercises) कर सकती हैं। इससे आपको इस समस्या में काफी हद तक आराम मिल सकता है।
4. प्रेगनेंसी में वजन बढ़ना (Weight Gain in Pregnancy)
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं में कई तरह के शारीरिक परिवर्तन होते हैं, लेकिन वजन बढ़ना एक सामान्य बदलाव होता है। इसमें आपको घबराने की जरूरत नहीं है। यह बदलाव ज्यादातर सभी महिलाओं में देखने को मिलता है। बढ़ता वजन आपको और आपने शिशु को मजबूत बनाने के लिए जरूरी होता है। इससे आप अपने शिशु के पालन-पोषण के लिए तैयार होती हैं।
लेकिन अगर आपका वजन बहुत तेजी से बढ़े तो एक बार डॉक्टर से कंसल्ट कर सकती हैं। साथ ही अपने खानपान और जीवनशैली पर खास ध्यान दें। इसके अलावा वजन को कंट्रोल में रखने के लिए शारीरिक रूप (Physically Active) से भी सक्रिय रहें।
5. प्रेगनेंसी में स्किन में बदलाव (Skin Changes in Pregnancy)
प्रेगनेंसी के समय में त्वचा में परिवर्तन होना भी एक सामान्य परिवर्तन है। इस दौरान हार्मोन असंतुलन (Hormone Imbalance) की वजह से कई बार चेहरे में पिंपल्स होने लगते हैं। साथ ही त्वचा का रंग भी गहरा हो जाता है। लेकिन फिर धीरे-धीरे आपकी त्वचा सामान्य हो जाती है। इसके अलावा कई बार त्वचा में अच्छे बदलाव भी आ जाते हैं।
इसमें त्वचा पर ग्लो या निखार नजर आने लगता है। वैसे तो प्रेगनेंसी के दौरान यह समस्या बेहद आम है, लेकिन अगर आपकी त्वचा में बहुत ज्यादा परिवर्तन देखने को मिलता है, तो आप त्वचा रोग विशेषज्ञ (Dermatologist) से संपर्क कर सकती हैं।
6. प्रेगनेंसी में मूड स्विंग और तनाव (Mood Swings and Stress in Pregnancy)
प्रेगनेंसी में मूड स्विंग भी एक बहुत ही सामान्य बदलाव है, जो अकसर ही महिलाओं में देखने को मिलता है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं में बात-बात पर चिड़ना, तनाव और चिंता (Stress and Tension) करना स्वाभाविक होता है। प्रेगनेंसी गुस्से का भी कारण बन सकती है। इन बदलावों में कभी खुश तो कभी उदास होना भी शामिल होता है। गर्भावस्था में हार्मोंस में परिवर्तन की वजह से ऐसे बदलाव देखने को मिलते हैं। इस दौरान कई महिलाएं अवसाद का भी शिकार हो सकती हैं, लेकिन खुद को बिजी रखकर और अच्छे विचारों से वे इससे बच सकती हैं।
7. प्रेगनेंसी में कब्ज (Constipation in Pregnancy)
प्रेगनेंसी में एक ही जगह बैठे रहने, शारीरिक सक्रियता की कमी की वजह से महिलाओं में अकसर कब्ज (Constipation) की समस्या होने लगती है। यह भी एक सामान्य समस्या होती है, लेकिन इसे समय रहते ठीक करना बहुत जरूरी होता है। साथ ही हॉर्मोंस में बदलाव की वजह से भी गर्भवती महिलाओं में कब्ज (Constipation in Women) की समस्या हो सकती है।
ज्यादातर सभी महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान इस समस्या से परेशान रहती हैं। इसलिए कब्ज की समस्या न हो, इसके लिए आपको व्यायाम और योगा को अपनी दिनचर्या में जरूर शामिल करना चाहिए। साथ ही अपनी डाइट में फारबर युक्त आहार (Fiber Rich Diet) को शामिल करना चाहिए। फाइबर पेट को साफ रखने में मदद करता है।
अगर आप प्रेगनेंट हैं और आप में भी इनमें से कोई बदलाव नजर आता है, तो आपको डरने या घबराने की जरूरत नहीं है। ये सभी बदलाव बेहद ही सामान्य होते हैं, जो डिलीवरी के बाद ठीक हो जाते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान आपको समय-समय पर डॉक्टर से कंसल्ट करते रहना चाहिए, डिलीवरी तक उनके संपर्क में जरूर रहना चाहिए। कोई भी बदलाव नजर आने पर आप डॉक्टर को इसकी जानकारी दे सकती हैं।
अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें Jyoti Patrika से।
Read This Also : 1st Trimester of Pregnancy: Symptoms, Precautions, Baby