PCOD के लक्षणों को कम करने के लिए रोज पिएं ये 2 चाय
Chamomile and Licorice Tea to Reduce PCOD Symptoms : PCOS और PCOD की समस्या से आजकल काफी महिलाएं परेशान हैं। इन दोनों हेल्थ कंडीशन्स में अंतर है लेकिन फिर भी काफी हद तक ये दोनों कंडीशन्स एक जैसी ही हैं। PCOS और PCOD के पीछे हार्मोन्स का बैलेंस न होना है। इन दोनों डिसऑर्डर की वजह से महिलाओं के पीरियड्स, फर्टिलिटी या यूं कहें की पूरे स्वास्थ्य पर असर होता है। इसके चलते महिलाओं के शरीर में एंड्रोजन (मेल हार्मोन) का लेवल बढ़ जाता है और ओव्यूलेशन में मुश्किल आती है।
खान-पान और लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों में बदलाव इसके लक्षणों को कम करने में काफी हद तक कारगर हैं। कुछ हर्बल चाय भी इसके लक्षणों को कम कर सकती हैं। ऐसी ही 2 चाय के बारे में हम आपको बता रहे हैं। यह जानकारी डाइटिशियन मनप्रीत दे रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।
PCOD के लक्षणों को कम करने के लिए मुलैठी की चाय (Licorice Tea to reduce PCOD symptoms)
PCOD के लक्षणों कम करने के लिए मुलैठी की चाय भी फायदेमंद है। इसमें फ्लेवोनॉइड्स होते हैं। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को सुधारता है और एक्ने व इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करते हैं। शरीर में टेस्टेस्टेरोन का लेवल बढना भी PCOD में मुश्किल पैदा कर सकता है। ऐसे में इस चाय के सेवन से इसके लेवल को कम किया जा सकता है। जिन महिलाओं को PCOD में मूड स्विंग्स अधिक परेशान करते हैं, उनके लिए भी यह चाय फायदेमंद है। यह हार्मोन्स को बैलेंस करने में भी मदद करती हैं। हालांकि, अगर आपका बीपी बढ़ा रहता है, तो इसे अवॉइड करना चाहिए। एक्सपर्ट के मुताबिक, इसे शाम के वक्त पीना फायदेमंद है।
PCOD के लक्षणों को कम करने के लिए कैमोमाइल टी (How to make Chamomile Tea for PCOD)
इस चाय को कैमोमाइल के फूलों की मदद से बनाया जाता है। इसमें कैफीन नहीं होता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती है। PCOD में इंसुलिन रेजिस्टेंस महिलाओं को परेशान करता है। यह चाय इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करती है और इंसुलिन सेंसिटिविटी को सुधारती है। यह स्ट्रेस को कम करती है, नींद की क्वालिटी को सुधारती है और हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद करती है। इसे डिनर के बाद 1 कप पीना चाहिए। यह स्वाद में हल्की मीठी होती है। यह डाइजेशन के लिए भी अच्छी होती है। साथ ही, पीरियड्स में होने वाले दर्दइ को भी कम करती है।
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