बाथरूम में तो नहीं रखते टूथब्रश:साफ दिखते टॉयलेट में लाखों वायरस, जर्म फ्री रखने का क्या है सही तरीका
कई रिसर्च और स्टडी में यह पाया गया है कि टॉयलेट को फ्लश करने से बनने वाली एरोसोल की बूंदें बैक्टीरिया और वायरस का ठिकाना बन जाती हैं। ये एरोसोल बाथरूम की फर्श या दिवार पर गिरती हैं।टॉयलेट में बने एरोसोल से किसी को भी सीरियस इन्फेक्शन होने की संभावना रहती है।
आज जरूरत की खबर में बात करेंगें कि बाथरूम को कैसे वायरस और बैक्टीरिया फ्री करें। साथ ही क्या-क्या चीजें बाथरूम में नहीं रखनी चाहिए।
सवाल: सबसे पहले समझते हैं कि गंदा बाथरूम-टॉयलेट यूज करने से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?
जवाब: इससे इन्फेक्शन और कई बीमारियों का खतरा रहता है। नीचे लगे क्रिएटिव में समझते हैं।
यूरिन इन्फेक्शन: गंदा टॉयलेट यूज करने से महिलाओं को UTI यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन समेत कई तरह की बीमारियां होने का रिस्क रहता है। इन इन्फेक्शन की वजह से कई बार प्रेग्नेंसी में, मेंस्ट्रुएशन में दिक्कतें हो सकती हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 40% महिलाएं अपनी लाइफ में कभी न कभी यूरिन इन्फेक्शन की परेशानी झेलती हैं।
नोरोवायरस इन्फेक्शन: नोरोवायरस बहुत डेंजरस और इनफेक्शियस वायरस है। इसकी वजह से उल्टी-डायरिया की प्रॉब्लम हो सकती है। ये इन्फेक्शन, इन्फेक्टेड पर्सन के कॉन्टेक्ट में आने से भी हो सकता है।
हेपेटाइटिस ए इन्फेक्शन: हेपेटाइटिस ए इन्फेक्शन गंदा टॉयलेट यूज करने से होता है। बुखार, उल्टी और पेट में ऐंठन आदि इसके लक्षण हैं। ये इन्फेक्टेड लोगों के वेस्ट से फैलता है। एक ही बाल्टी या मग यूज करने से भी ये फैलता है।
ई-कोलाई इन्फेक्शन: ये इन्फेक्शन टॉयलेट के दरवाजों पर लगे बैक्टीरिया से फैलता है। इसमें खूनी दस्त, उल्टी, पेट में ऐंठन जैसी प्रॉब्लम हो सकती है। इससे छुटकारा पाने के लिए बाथरूम-टॉयलेट के दरवाजे भी साफ-सुथरे रखने चाहिए।
सर्दी-जुकाम: गंदगी से बैक्टीरिया या वायरस से जुड़ी कई बीमारियां हो सकती हैं। अगर आपसे पहले किसी इन्फेक्टेड पर्सन ने टॉयलट सीट यूज की, फिर आपने इसे यूज किया। तो इससे आपको इन्फेक्शन होने का रिस्क रहता है।
सवाल: बाथरूम-टॉयलेट दिखने में तो साफ दिखता है तो भी बदबू क्यों आती है?
जवाब: कई बार हम टॉयलेट साफ करने और चमकाने में घंटों वेस्ट कर देते हैं। उसके बाद भी टॉयलेट बैक्टीरिया फ्री नहीं होता है और बदबू आती है।
इसकी कई वजहें हैं…(Do You Keep Your Toothbrush In The Bathroom? 2023)
गीला तौलिया और कपड़ें: नहाने के बाद गीला तौलिया और गंदे कपड़े ऐसे ही बाथरूम में डाल देते हैं। कई घंटों तक पड़े रहने से पूरे बाथरूम से बदबू आने लगती है।
ड्रेनेज में खराबी: बाथरूम या टॉयलेट के ड्रनेज सिस्टम में खराबी होती है तो फ्लश करने के बाद भी वेस्ट वॉटर पाइप या कमोड पाइप में रह जाता है। वो सीवेज में जाने के बजाए पाइप में फंसा रह जाता है। जिससे बदबू आने लगती है।
अच्छे से साफ-सफाई न करना: ठीक से क्लीनिंग एजेंट से सफाई न करने पर भी बाथरूम, टॉयलेट से बदबू आती है। या फिर यूरिनेट करने के बाद फ्लश न करना भी एक वजह है।
सवाल: बाथरूम से बदबू दूर करने के लिए क्या करना चाहिए?
जवाब: पॉइंट्स में समझते हैं…
- अपने मनपसंद खुशबू वाला तेल 6-8 चम्मच 2 कप पानी में डाल दें। इसे लिक्विड स्प्रे बोतल में डाल लें। फिर बाथरूम में स्प्रे करें। बाथरूम महकता रहेगा।
- ड्रेनेज की बदबू दूर करने के लिए महीने में कम से कम दो बार क्लीनिंग के लिए यूज करने वाला तेजाब डालें।
- नाली के ब्लॉकेज को खोलने या पाइप साफ करने के लिए इसमें उबलता हुआ पानी डाल दें। पानी को दो बार में डालें। एक बार डालने के बाद कुछ सेकेंड इंतजार करें। फिर डालें। इससे जमी गंदगी बह जाएगी।
- वेंटिलेशन के लिए एग्जॉस्ट फैन लगवाएं। या फिर ऊंची खिड़की भी बनवा सकते हैं।
- बदबू दूर करने के लिए हाइड्रोजन पराक्साइड का छिड़काव करें।
- पानी में पुदीने के पत्ते डाल कर उन्हें 6 से 8 घंटे के लिए रख दें। अब इसे स्प्रे बोतल में डालें। फिर बाथरूम में स्प्रे करें।
- शैम्पू के खाली पाउच, झड़े हुए बाल, रैपर, यूज पैड बाथरूम की डिस्टबिन में न पड़े रहने दें।
ब्यूटी प्रोडक्ट: बाथरूम में लड़कियां जल्दी तैयार होने के लिए ब्यूटी प्रोडक्ट रखती हैं। लड़के भी अपनी सेविंग क्रीम, ट्रिमर, हेयर जेल, फेस क्रीम बाथरूम में रखते हैं। कई बार इन चीजों के ढक्कन खुले रह जाते हैं। जिससे जर्म्स अंदर जा सकते हैं।
दवाइयां: जिन लोगों को खाली पेट दवा खानी होती है। वो अपना मेडिसिन बॉक्स बाथरूम में रखते हैं। ढक्कन खुला रह जाने से नमी से दवाइयां और मेडिकल क्रीम खराब सकती है। इसलिए ऐसा बिल्कुल न करें।
टूथ ब्रश और पेस्ट: कई लोग बाथरूम में ही टूथ ब्रश और पेस्ट रखते हैं। ऐसा करने से नमी की वजह से ब्रश और पेस्ट में बैक्टीरिया जा सकते हैं। जो आपके दांतों के साथ हेल्थ के लिए डेंजरस हो सकता है।
बाथ टॉवल: नहाने के बाद बहुत से लोग बॉडी पोंछकर टॉवल बाथरूम में ही रख देते हैं। इससे टॉवल में बैक्टीरिया आ जाते हैं। दोबारा यूज करने से बैक्टीरिया आपके शरीर के अंदर जा सकते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स: लोगों की बाथरूम में गाने सुनने, मोबाइल चलाने की आदत होती है। कई लोग तो आइपॉड या रेडियो अपने बाथरूम में ही रखते हैं। नमी की वजह से ये चीजें खराब हो सकती हैं।
किताबें और मैगजीन: कई लोगों को बाथरूम में किताबें या मैगजीन पढ़ने की आदत होती है। अपनी आदत के चलते इन चीजों को वो बाथरूम में ही रख देते हैं। ऐसे में नमी से पेपर प्रोडक्ट मॉइश्चर सोख लेते हैं और इनमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं।
सवाल: बाथरूम कितनी बार साफ करना चाहिए?
जवाब: एक हफ्ते में एक बार बाथरूम को डीप क्लीन करना चाहिए। जिसमें वॉश-बेसिन यानी सिंक भी शामिल है।
आप रोजाना डिसिन्फेक्टन्ट डालकर झाड़ू लगाएंI
सवाल: अगर बाथरूम में टॉयलेट सीट अटैच नहीं है फिर भी ये सारा सामान वहां नहीं रखना चाहिए?
जवाब: हां बिल्कुल नहीं रखना चाहिए। बाथरूम में पानी की वजह से नमी रहती है। नमी के कई तरह के बैक्टीरिया पनपते हैं। इसलिए बाथरूम में टॉयलेट सीट नहीं भी हो, फिर भी ये सामान नहीं रखने चाहिए।
सवाल: बाथरूम को जर्म फ्री रखने के लिए क्या करना चाहिए?
जवाब: पॉइंट्स में समझते हैं
- फर्श की सफाई: बाथरूम के फर्श को नहाने के बाद वाइपर अथवा झाड़ू से साफ करके पोछें से पोंछ दें इससे बाथरूम का फर्श सूखा और साफ रहेगा. हफ्ते में एक बार पूरे बाथरूम को कीटाणुनाशक से, तथा 15 दिन में एक बार दीवारों के टाइल्स, बाल्टी और टब के नीचे, बाथटब और नलों व शावर की भी सफाई करें
- साबुन हों अलग: आमतौर पर घरों में परिवार के सभी सदस्य एक ही बाथरूम का प्रयोग करते हैं. परन्तु परिवार के सभी सदस्यों के लिए साबुन और तौलिया अलग अलग होना अत्यंत आवश्यक है ताकि एक दूसरे का संक्रमण न लग सके. साबुन के स्थान पर आप शावर जेल या लिक्विड सोप का प्रयोग भी किया जा सकता है. इससे अलग अलग साबुन रखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
- तौलिया की जगह:अक्सर लोग बाथरूम में हाथ पोंछने कर उद्देश्य से तौलिया टांग देते हैं जो सर्वथा अनुचित है क्योंकि बाथरूम में नमी रहती है जिससे वहां कीटाणु अपनी जगह बना लेते हैं जो वहां टंगी तौलिया में भी प्रवेश कर जाते हैं इसलिए नहाने के बाद तौलिया को खुली धूप में अवश्य सुखाएं ताकि वह कीटाणुमुक्त हो जाये इसके साथ ही नियमित रूप से प्रयोग किये जाने वाले तौलिया को प्रतिसप्ताह किसी अच्छे डिटर्जेंट से अवश्य धोयें.
- एसेसरीज का रखें ध्यान: बाथरूम में लूफा, एड़ी रगड़ने का ब्रश और टूथब्रश आदि रहते हैं इन सभी को धोकर 15 दिन में एक बार खुली धूप में रखें और इन्हें रखने के होल्डर को भी समय समय पर धोते रहें ताकि इनमें कीटाणु न पनपने पाएं.
- साबुन हो सही जगह: साबुन रखने के लिए ऐसी साबुनदानी का प्रयोग करें जिसमें नीचे कवर लगा हो ताकि प्रयोग करने के बाद साबुन जमीन पर न गिरे प्रयोग के बाद साबुन को ऊपर रखें अन्यथा शावर का प्रयोग करते समय साबुन पानी से पूरा गीला हो जाएगा.
सवाल: बाथरूम टॉवेल को कब साफ करना चाहिए?
जवाब: लोग बाथरूम की सफाई तो बहुत अच्छे से कर लेते हैं, लेकिन टॉवेल को क्लीन करना भूल जाते हैं। हर दूसरे दिन अपनी बाथरूम टॉवल को वॉश करें।
सवाल: टॉयलेट सीट को कितने दिन में साफ करना चाहिए?
जवाब: टॉयलेट सीट को हफ्ते में दो बार डीप क्लीनिंग जरूर करना चाहिए। अगर आपका परिवार बड़ा है, तो हर दो से तीन दिन में कमोड को साफ करें
सवाल: बाथमैट की साफ-सफाई कब करनी चाहिए?
जवाब: कई लोग बाथमैट को बाथरूम क्लीनिंग का हिस्सा नहीं मानते। बल्कि इसे भी रेगुलर साफ करना चाहिए।
बाथमैट पानी से गीले हो जाते हैं। इन पर गंदगी और मैल जमा हो जाता है। इसलिए इन्हें बीच-बीच में धोकर धूप में सुखा लेना चाहिए।
सवाल: टॉयलेट सीट को कैसे साफ करें?
जवाब: पॉइंटर से समझते हैं…
ऑटोमेटिक क्लीनर
- अगर ब्रश से रगड़कर टॉयलेट सीट को साफ करने में घिन आती है, तो आप ऑटोमेटिक क्लीनर यूज कर सकते हैं।
- इसे क्लीनर को टॉयलेट टैंक में रखना होगा। इससे हर फ्लश के साथ सीट की सफाई और डिसइन्फेक्टेंट घोल पानी के साथ निकलता है।
- जिससे टॉयलेट सीट हर बार यूज करने पर साफ हो जाती है। इसके पैकेट पर लिखे दिशा-निर्देश को यूज करने से एक बार जरूर पढ़ लें।
क्लीनिंग टेबलेट
- टॉयलेट की सफाई करने वाली क्लीनिंग टेबलेट धीरे-धीरे ब्लीच और क्लीनिंग केमिकल को रिलीज करती है।
- इससे गंदगी, बैक्टीरिया और बदबू दूर हो जाती है। यह तरीका ब्रश से टॉयलेट सीट को रगड़ने के काम से आपको फ्री करता है।
- इसे डायरेक्ट टॉयलेट में या फिर टैंक में डाल सकते हैं। इसे भी यूज करने से पहले पैकेट पर लिखे दिशा निर्देश जरूर पढ़ें।
विनेगर-बेकिंग सोडा
- टॉयलेट में 1 कप सफेद सिरका डालें। इसे टॉयलेट ब्रश से चारों ओर घुमाकर अच्छी तरह से लगा दें।
- इसके एक मिनट बाद ऊपर से बेकिंग सोडा छिड़कर एक और कप सिरका डालें। इस मिक्सचर को 30 मिनट के लिए लगा रहने दें।
- इसके बाद फिर से ब्रश से सीट पर रगड़ें। टॉयलेट पूरी तरह से साफ हो जाएगा।
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