लेंस लगाकर सोने से गई एक आंख की रोशनी:डैमेज और गलत तरीके से लेंस पहनना पड़ेगा भारी, होगा जख्म; सीखें यूज करने के नियम-कायदे
How Long Can You Wear Contact Lenses 2023 :अमेरिका के फ्लोरिडा में 21 साल के माइक क्रमहोल्ज के आंख की रोशनी इसलिए चली गई क्योंकि वो कॉन्टैक्ट लेंस पहनकर सो गए। क्रमहोल्ज सालों से लेंस का इस्तेमाल कर रहे थे और इससे होने वाले इन्फेक्शन के बारे में अच्छी तरह जानते भी थे।
इसके बावजूद एक दिन काम से लौटने के बाद वो लेंस निकाले बिना ही सो गए। अगले दिन उठे तो दाईं आंख में खुजली और रेडनेस की समस्या हुई। पहले तो क्रमहोल्ज को लगा कि मामूली इन्फेक्शन है मगर प्रॉब्लम बढ़ती जा रही थी।
आज जरूरत की खबर में जानेंगे कि आखिर क्रमहोल्ज को प्रॉब्लम क्या हुई, क्या कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की वजह से आंखों की रोशनी जा सकती है, कॉन्टैक्ट लेंस चुनते हुए क्या सावधानी बरतनी चाहिए और लेंस पहनने से क्या-क्या प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।
आज के हमारे एक्सपर्ट हैं डॉ. ललित श्रीवास्तव, आई स्पेशलिस्ट, कमला नेहरू हास्पिटल, भोपाल और डॉ. महावीर दत्तानी, कंसलटेंट ऑपथैल्मोलॉजी, कोकिलाबेन अम्बानी हास्पिटल, इंदौर।
ऐसे लगाएं कॉन्टेक्ट लेंस : How Long Can You Wear Contact Lenses 2023
1. जब भी आप कॉन्टेक्ट लेंस लगाएं सबसे पहले अपने हाथ साबुन से अच्छे से धो लें। हाथों को सुखाकर कॉन्टेक्ट लेंस अपने हाथ में लें।
2. लेंस मिक्स न हों, उसके लिए जिस आंख में पहले लेंस लगाना है पहले उसे हथेली पर रख लें। फिर दूसरे हाथ से लेंस लगाएं। लेंस से गंदगी हटाने के लिए उन्हें सॉल्युशन में धो लें।
3. लेंस लगाते समय ध्यान दें कि लेंस उल्टा न हो। इसके बाद लेंस को अपनी तर्जनी उंगली पर रखकर जिस आंख की पुतली पर लगाएं।
4. लेंस लगाने के बाद पलकों को हिलाएं। आंखों को बंद करें फिर खोलें। कुछ देर ऐसा करने से लेंस पुतली पर फिट हो जाएगा।
5. लेंस लगाने के बाद अगल कोई असुविधा हो रही है तो फिर से लगाएं। आप चाहें तो लेंस लगाने में किसी की मदद भी ले सकते हैं। तो वहीं जब भी आप लेंस लगवाने के लिए डॉक्टर के पास जाते हैं तो वे पूरा प्रशिक्षण देते हैं कि लेंस कैसे लगाना है।
कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर सोने से होने वाले नुकसान : How Long Can You Wear Contact Lenses 2023
1. आंखों में ऑक्सीजन की कमी
डॉ. दीपक ने बताया कि आंखों के कॉर्निया को ऑक्सीजन की जरूरत होती है लेकिन जब हम कॉन्टेक्ट लेंस पहनकर सोते हैं तो यह ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता है। जिससे आंखों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। इसलिए अगर आपको लंबी नींद लेनी है तो कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर न सोएं। आंखों में ऑक्सीन की कमी होने पर आंखों में धुंधलापन होने लगता है। ऐसा लगता है जैसे आंखों में रेत भर गई हो। इसलिए आंखों में ऑक्सीजन का लेवल कम न हो उसके लिए जरूरी है कि कॉन्टेक्ट लगाकर न सोएं।
2. कॉर्नियल अल्सर
रात को सोते समय अगर आप कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर सो जाते हैं तो आंखों में अल्सर भी सकता है। इस बारे में डॉ. दीपक ने बताया कि कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर सोने से आंख में जरा सा भी इन्फेक्शन हुआ या कोई भी ऐसी चीज हुई जो आंखों के कॉर्निया के लेयर को खराब करती है तो जब आप उसका इलाज नहीं कराएंगे तो धीरे-धीरे वो अल्सर में बदल जाएगा और पेशेंट परमानेंट अंधा हो जाएगा।
3. धुंधली रोशनी
रात को कॉन्टेक्ट लगाकर सोने या थोड़े समय की नींद के लिए कॉन्टेक्ट लगाना आंखों की सेहत के लिए ठीक नहीं होता। कई मरीजों ने ऐसा महसूस किया है कि जब वे कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर सो जाते हैं तो उनकी आंखों की रोशनी धुंधली हो जाती है। तो वहीं, आंखों में लालपन भी दिखता है। ऐसे लोगों को माइक्रोबायल केराटिटिस की दिक्कत हो सकती है।
4. आंखों में ड्राइनेस
जो लोग रात को सोते समय आंखों में लेंस लगा लेते हैं या ज्यादा समय कॉन्टेक्ट लेंस लगाते हैं उनकी आंखों में सूखापन अधिक होता है। दरअसल जो लेंस आपने आंखों में लगाया है वह आपकी आंखों के आंसू सोख लेते हैं। जिससे आंखों में ड्राइनेस आ जाती है। जब आंखों में सूखापन होता है तब उनमें खुलजी, लाल होना, इरिटेशन जैसी परेशानियां देखनी पड़ती हैं।
5.आई इन्फेक्शन
आंखों में कॉन्टेक्ट लेंस ठीक से न लगने पर कॉर्निया के साथ टकराव होता है जिससे आंखों में ड्राइनेस तो बढ़ती ही है साथ ही आंखों के इन्फैक्शन भी बढ़ते हैं। इसलिए सोते समय या जरूरत से ज्यादा कॉन्टैक्ट लेंस को न लगाएं। साथ ही आंखों में दर्द भी होने लगता है।
लेंस खरीदने जा रहे हैं तो जान लें : How Long Can You Wear Contact Lenses 2023
- सबसे पहले अपनी आई कंडीशन को जानें। अगर मायोपिया या हाइपरोपिया है तो क्लियर कॉन्टैक्ट लेंस यूज करें। अगर एस्टिगमैटिज्म की समस्या है तो टॉरिक लेंस इस्तेमाल करें।
- समझें कि आप लेंस को कैसे इस्तेमाल करना चाहते हैं। अगर हर रोज लेंस की साफ-सफाई का झंझट नहीं चाहते तो डेली डिस्पोजेबल लेंस यूज करें। अगर आपको हर रोज लेंस पहनने हैं तो मंथली लेंस एक ऑप्शन है। इनके अलावा एक साल और 6 महीने तक चलने वाले लेंस भी मार्केट में अवेलेबल हैं।
- अगर विजन करेक्शन के लिए लेंस पहन रहे हैं तो हाइड्रोजेल या सिलिकॉन हाइड्रोजेल से बने लेंस लें। वहीं अगर कलर के लिए लेंस ले रहे हैं तो पॉलिमैकॉन मैटिरियल से बना लेंस लें।
- ऐसा लेंस ले जो यूवी प्रोटेक्शन वाला हो।
- ज्यादा वाटर कंटेंट वाला लेंस आंखों को ड्राइ होने से बचाता है।
How Long Can You Wear Contact Lenses 2023
सवाल: कॉन्टैक्ट लेंस क्यों पहना जाता है?
जवाब: लेंस पहनने के पीछे ये वजह हो सकती हैं …
- ज्यादातर लोग चश्मे से छुटकारा पाने के लिए कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं। चश्मा लुक खराब करता है और इससे चेहरे पर निशान भी पड़ जाते हैं।
- कई लोग आंखों का कलर बदलने के लिए कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं।
- स्टेज पर परफॉर्म करने वाले आर्टिस्ट अपने कैरेक्टर को दिखाने के लिए लेंस पहनते हैं।
सवाल: क्या कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से आंखों की रोशनी जा सकती है?
जवाब: गलत तरह से कॉन्टैक्ट लेंस पहनने पर आंख में बहुत सारी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं जिसमें इन्फेक्शन और कोर्नियल अल्सर शामिल हैं। कोर्नियल अल्सर से आंख में जख्म हो जाता है। इससे इंसान की आंखों की रोशनी भी जा सकती है।
कोर्नियल अल्सर के ये होते हैं लक्षण…
- आंख से नॉर्मल से ज्यादा पानी आना
- आंख का लाल होना
- आंख से पानी और पस निकलना
- आंख में तेज दर्द महसूस होना
- धुंधलापन
- आंख की पुतली यानी काले हिस्से पर सफेद दाग जैसा दिखना
सवाल: इस मामले में पेशेंट को क्या समस्या हुई थी?
जवाब: इस मामले में पेशेंट को आंख में अकैंथअमीबा कैराटाइटिस नाम की एक रेअर बीमारी हुई थी। यह बीमारी एक माइक्रोस्कोपिक अमीबा अकैंथअमीबा की वजह से होती है। अकैंथअमीबा एक पैरासाइट है।
गंदे पानी के संपर्क में आने से ये पैरासाइट आंख में आ जाता है। कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाले लोगों में यह बीमारी कॉमन है क्योंकि लेंस के जरिए आंख में गंदगी आसानी से जा सकती है।
सवाल: क्या उसकी प्रॉब्लम ठीक हो सकती है?
जवाब: अगर समय पर अकैंथअमीबा कैराटाइटिस का पता चल जाए और सही इलाज मिल जाए तो इसे ठीक किया जा सकता है। यहां तक की अगर किसी की आंख की रोशनी इसकी वजह से चली गई है तो इलाज के बाद विजन लौट सकता है।
सवाल: कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की क्या कोई एज लिमिट भी है?
जवाब: नहीं, कॉन्टैक्ट लेंस पहनने की कोई एज लिमिट नहीं है।
सवाल: कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हुए किन बातों का ख्याल रखना चाहिए?
जवाब: अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनते हैं तो इन बातों का रखें ख्याल…
- लेंस पहनकर कभी सोना नहीं चाहिए।
- लेंस पहनते हुए नाखून लंबे नहीं होने चाहिए।
- लेंस पहनकर नहाने या स्विमिंग करने की गलती न करें।
- सलाइन या पानी से लेंस न धोएं। इससे लेंस में कीटाणु रह जाते हैं।
- लेंस केस को साफ रखें और समय-समय पर लेंस केस बदलते रहें।
- अगर लेंस पहनने के बाद आंखों में चुभन महसूस हो रही है तो तुरंत उन्हें निकाल दें।
- डिस्पोजेबल लेंस को एक दिन से ज्यादा इस्तेमाल न करें।
- लेंस की ड्यूरेबिलिटी का ख्याल रखें। अगर आपने 6 महीने वाले लेंस लिए हैं तो खोलने के 6 महीने बाद उन्हें डिस्पोस कर दें।
सवाल: आंख में कॉन्टैक्ट लेंस ऊपर की तरफ या मिसप्लेस हो जाए तो क्या करे?
जवाब: अगर आंख में लेंस मिसप्लेस हो गया है तो…
- सबसे पहले आईलिड को हल्का मसाज करें।
- बार-बार पलक झपकाएं।
- लेंस को चिकना करने के लिए आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें।
- इसके बाद लेंस आंख के बीच में आ जाएगा।
- अब फिंगरटिप का इस्तेमाल कर लेंस को आंख से बाहर निकाल लें।
सवाल: आंख में ही कॉन्टैक्ट लेंस टूट जाए तो क्या करें?
जवाब: अगर कॉन्टैक्ट लेंस आंख में टूट गया है तो घबराएं नहीं। निकालने की कोशिश करें। आई ड्रॉप डालें और बार-बार पलक झपकाएं। इससे लेंस के टुकड़े आंख के किनारे पर आ जाएंगे और उन्हें आंख से निकाला जा सकता है। इसके अलावा आर्टिफिशियल टियर ड्रॉप भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आंसुओं के साथ लेंस आंख से बाहर आ जाएगा। इस सबको करते हुए हाथ बिल्कुल साफ होने चाहिए।
अगर इससे कोई फायदा नहीं होता तो डॉक्टर के पास जा सकते हैं।
सवाल: कॉन्टैक्ट लेंस कैसे चुनना चाहिए?
जवाब: कॉन्टैक्ट लेंस खरीदने जा रहे हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखें। सबसे पहले जान लें कि लेंस तीन तरह के होते हैं…
- क्लियर लेंस: ये सॉफ्ट और ट्रांसपेरेंट लेंस होता है जिसका इस्तेमाल आई विजन ठीक करने के लिए किया जाता है।
- कलर लेंस: ये पिगमेंटेड लेंस होते हैं। इनका इस्तेमाल आंखों का रंग बदलने के लिए किया जाता है।
- टॉरिक लेंस: ये स्फेरिकल और सिलेंड्रिकल पावर लेंस होते हैं। इनका इस्तेमाल एस्टिगमैटिज्म वाले लोग करते हैं।
सवाल: क्या दो कॉन्टैक्ट लेंस एकसाथ लगा सकते हैं?
जवाब: नहीं, ऐसा बिल्कुल न करें। कॉन्टैक्ट लेंस एक के ऊपर एक लगाने के लिए नहीं बने हैं। ऐसा करने पर आपकी आंख तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती जिससे हाइपोक्सिया होता है। इस कंडीशन में बैक्टीरिया आसानी से पैदा हो जाते हैं और इन्फेक्शन होता है।
सवाल: चश्मे के मुकाबले कॉन्टैक्ट लेंस पहनने में क्या-क्या परेशानियां सामने आती हैं?
जवाब: चश्मे के मुकाबले कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वालों को इन समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है…
- चश्मा आप जितनी देर चाहे पहन सकते हैं मगर कॉन्टैक्ट लेंस को ज्यादा लंबे समय तक नहीं पहना जा सकता।
- अगर कॉन्टैक्ट लेंस ज्यादा लंबे समय के लिए पहन लिया जाए तो इससे आंखों में चुभन हो सकती है।
- लेंस लगाने से ड्राई आई की समस्या भी हो सकती है।
- कॉन्टैक्ट लेंस को हैंडल करना थोड़ा मुश्किल है। इसका बहुत ध्यान से इस्तेमाल करना पड़ता है।
- अगर लेंस इस्तेमाल करते हुए हाइजीन का ख्याल न रखा जाए तो कई तरह के इन्फेक्शन हो सकते हैं।
- आई मेकअप के साथ अगर लेंस लगाते हैं तो इससे कई समस्याएं हो सकती हैं क्योंकि कॉन्टैक्ट लेंस के अंदर मेकअप पार्टिकल्स फंस जाते हैं।
- कॉन्टैक्ट लेंस के साथ ड्राइव करना, शॉवर लेना, मुंह धोना जैसे बेसिक काम बहुत ध्यान से करने पड़ते हैं।
सवाल: आजकल ब्राइडल मेकअप करवाने जाओ तो पार्लर वाली कॉन्टैक्ट लेंस पहनाती है। क्या यह सेफ है?
जवाब: ब्राइडल मेकअप हैवी होता है। इसमें आंखों पर भी काफी मेकअप किया जाता है। ऐसे में अगर आप लेंस पहनते हैं तो मेकअप प्रोडक्ट आंख में जाकर लेंस में फंसने का चांस बढ़ जाता है।
यह रिस्की सिचुएशन है जिससे आंख में इन्फेक्शन हो सकता है। ऐसे में डेली डिसपोजेबल लेंस बेस्ट ऑप्शन है। अगर फिर भी आप अपनी शादी के दिन कॉन्टैक्ट लेंस पहनना चाहती हैं तो इन टिप्स को फॉलो करें…
- अगर आपने कभी लेंस नहीं पहने हैं तो शादी से पहले ट्रायल के लिए 2-3 बार लेंस पहनकर देखें।
- प्रैक्टिस करें और खुद ही अपने लेंस पहनें। मेकअप आर्टिस्ट को लेंस न पहनाने दें।
- शादी वाले दिन नए लेंस पहनें।
- लेंस का एक एक्स्ट्रा पेयर साथ रखें।
- कॉन्टैक्स लेंस सॉल्यूशन साथ रखें।
- मेकअप शुरू होने के पहले ही लेंस लगा लें।
- अपनी मेकअप आर्टिस्ट को पहले ही बता दें कि आप कॉन्टैक्ट लेंस पहनने वाली हैं ताकि वो लेंस के लिए सेफ प्रोडक्ट्स यूज करे।
- अपना चश्मा भी साथ रखें।
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