River Curse: जानें भारत की नदियों से जुड़े भयंकर श्राप
गंगा नदी का श्राप : Know About The Curse Of The Rivers Of India 2023
अपुरानिक कथा के अनुसार, गंगा नदी को माता पार्वती (माता पार्वती के मंत्र) से यह श्राप मिला हुआ है कि वह कभी भी कलयुग में शुद्ध नहीं रह पाएंगी। मनुष्यों के पापों से उन्हें मुक्ति दिलाएंगी लेकिन उनके पापों से खुद कष्ट भोगेंगी।
फल्गु नदी का श्राप :Know About The Curse Of The Rivers Of India 2023
फाल्गुन नदी को झूठ बोलने पर माता सीता (माता सीता के नाम) ने यह श्राप दिया था कि इस नदी को कभी भी पूजनीय नहीं माना जाएगा। फल्गु नदी का जल शुभ कार्यों के बदले पिंडदान और श्राद्ध कर्म में प्रयोग होगा।
सरस्वती नदी का श्राप :Know About The Curse Of The Rivers Of India 2023
महाभारत काल में सरस्वती नदी को दुर्वासा ऋषि से यह श्राप मिला था कि वह कलयुग आने तक लुप्त हो जाएंगी कल्कि अवतार के बाद ही उनका धरती पर आगमन होगा और तब सरस्वती नदी में स्नान करने भर से व्यक्ति को सुखों की प्राप्ति होगी।
कोसी नदी का श्राप : Know About The Curse Of The Rivers Of India 2023
कोसी नदी को लेकर श्राप की कहानी यह है कि इस नदी में स्नान करने वाला कभी भी जीवित नहीं बचता है। ऐसी मान्यता है कि इस नदी को एक ऋषि का श्राप मिला हुआ जिनकी तपस्या कोसी द्वारा भंग हुई थी।
चंबल नदी का श्राप : Know About The Curse Of The Rivers Of India 2023
ऐसी मान्यता है कि एक समय में राजा रतिदेव हुआ करते थे जिन्होंने हजारों जानवरों को इस नदी के किनारे मारा था जिसके परिणाम स्वरूप जानवरों का रक्त इस नदी में जा मिला और तब से यह नदी श्रापित मानी जाने लगी। इस नदी में स्नान करने से जीवन में दुखों की बरसात होती है।
कर्मनाशा नदी का श्राप : Know About The Curse Of The Rivers Of India 2023
पौराणिक और प्रचलित कथा के अनुसार, एक बार इस नदी में एक साधू स्नान कर रहे थे कि तभी वहां कुछ युवक पहुंचे और नदी में मौज-मस्ती करने लगे। यह अभद्रता देख ऋषि ने कृध में आकर युवकों के साथ-साथ नदी को अशुद्ध और पापी होने का श्राप दे दिया था।
तो ये हैं भारत की पवित्र और पूजनीय नदियों से जुड़े भयंकर श्राप की कहानी। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें https://jyotipatrika.com/ से।
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