Titanic : Conspiracy Theories And Facts

क्या वाकई असली टाइटैनिक कभी डूबा ही नहीं?

Titanic : Conspiracy Theories And Facts

Titanic : Conspiracy Theories And Facts : क्या आपको पता है टाइटैनिक के डूबने को लेकर बहुत सी कॉन्सपिरेसी थ्योरी (conspiracy theory) इंटरनेट पर मौजूद हैं। कुछ दिनों पहले टाइटन-सब के डूबने की त्रासदी ने पूरी दुनिया को चौंका दिया। समुद्र की गहराइयों में पांच अरबपतियों की मौत हो गई और उसके बाद से एक बार फिर टाइटैनिक को श्रापित कहा जाने लगा है। ऐसा जहाज जो डूब नहीं सकता था आखिर उसके साथ 14 अप्रैल 1912 को हुआ क्या? हमें पता है कि टाइटैनिक को न्यूयॉर्क पहुंचना था, लेकिन क्या वाकई टाइटैनिक ने अपनी यात्रा शुरू की थी?

कांस्पीरेसी थ्योरी यह भी नहीं बता पाती हैं कि आखिर आइसबर्ग के टकराने के बाद इतनी आसानी से जहाज दो हिस्सों में कैसे बट गया। आखिर क्यों टाइटैनिक में जरूरी लाइफबोट्स नहीं थीं जो पैसेंजर्स को बचा सकती थीं। सरकारी आंकड़ा कहता है कि टाइटैनिक में 1517 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन थ्योरीज यह भी कहती हैं कि असली आंकड़ा इससे बहुत ज्यादा था।

क्या वाकई डूबा था टाइटैनिक या यह है सिर्फ झूठ? : Titanic : Conspiracy Theories And Facts

Titanic : Conspiracy Theories And Facts

14 अप्रैल 1912 को एक जहाज डूबा था ये तो हमें पता है। उसमें हजारों लोग मारे गए थे इसके बारे में भी हमें पता है, लेकिन क्या यह टाइटैनिक ही था? यह टाइटैनिक की सबसे चर्चित कांस्पीरेसी थ्योरी है कि असल में इसे बनाने वाली कंपनी के मालिक जे.पी.मॉर्गन ने जहाज ही बदल दिए थे।

दरअसल, जे.पी.मॉर्गन की कंपनी के पास टाइटैनिक जैसा दिखने वाला एक और जहाज था जिसका नाम था आरएमएस ओलंपिक (RMS Olympic)। यह जहाज पुराना भी था और इसका एक्सीडेंट भी हो चुका था। इस जहाज पर मॉर्गन को किसी तरह का कोई इंश्योरेंस का पैसा भी नहीं मिलना था। इस जहाज के कारण कंपनी को बहुत नुकसान भी हो रहा था।

इंश्योरेंस के पैसे ठीक से मिलें और कंपनी को नुकसान नहीं हो इसलिए जे.पी.मॉर्गन ने आखिरी समय में जहाज को बदल दिया। ऐसे दावे भी किए जाते हैं कि शिप में काम करने वाले एक वर्कर ने मरते-मरते कहा था कि टाइटैनिक कभी डूबा ही नहीं, बल्कि ओलंपिक डूबा।

टाइटैनिक के डूबने के साथ जुड़ी है एक मर्डर मिस्ट्री : Titanic : Conspiracy Theories And Facts

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टाइटैनिक के डूबने के पीछे एक और कहानी बताई जाती है। दरअसल, यह कांस्पीरेसी थ्योरी भी जे.पी.मॉर्गन से जुड़ी हुई है। फाइनेंशियल बैंकर से बिजनेसमैन बने जे.पी.मॉर्गन को खुद टाइटैनिक में यात्रा करनी थी, लेकिन उन्होंने नहीं की। यात्रा से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने अपनी यात्रा कैंसिल कर दी।

इस जहाज पर उनकी जगह उनके सभी दुश्मन मौजूद थे। वो सभी लोग जिनसे जे.पी.मॉर्गन के बिजनेस को खतरा हो सकता था इस जहाज के साथ डूब गए थे। मॉर्गन यूएस फेडरल रिजर्व बैंक बनाना चाहते थे, लेकिन इस फैसले को जॉन जेकब एस्टर, बेंजामिन गजेनहाइम, मेसी इसिडोर स्ट्रॉस जैसे कुछ अरबपतियों ने नहीं माना था। ये सभी टाइटैनिक त्रासदी में बच नहीं पाए। इस थ्योरी को मानने के पीछे कारण यह है कि टाइटैनिक त्रासदी में फर्स्ट क्लास के पैसेंजर्स के बचने की ज्यादा गुंजाइश थी, लेकिन इन तीनों में से कोई भी नहीं बच पाया।

साल 1986 में सामने आया था डूबे हुए टाइटैनिक का पहला वीडियो : Titanic : Conspiracy Theories And Facts

वुड्स होल ओशनोग्राफिक इंस्टिट्यूशन (The Woods Hole Oceanographic Institution (WHOI)) ने फरवरी 2023 में टाइटैनिक के वो विजुअल्स रिलीज किए जिन्हें 1986 में रिकॉर्ड किया गया था पर कभी रिलीज नहीं किया गया।

1 घंटे 21 मिनट की यह फुटेज टाइटैनिक की हालत बयां करती है और एक ऐसा नजारा दिखाती है जिसे देखकर शायद आपको इस जहाज की विशालता का अंदाजा होगा। इस फुटेज को शूट करने के लिए एक्सपेडिशन लीडर रॉबर्ट बालार्ड ने बहुत प्लानिंग की थी और वीडियो में वो टाइटैनिक के साइज के बारे में बात करते हुए भी दिख जाएंगे। टाइटैनिक की यह फुटेज दिखाती है कि अब जहाज का क्या हाल है और कैसे धीरे-धीरे यह समुद्र में विलीन होता जा रहा है।

ऐसा माना जा रहा है कि अगले 50-70 सालों में टाइटैनिक का मलबा काफी हद तक समुद्र का हिस्सा बन चुका होगा। पानी के इतने भारी दबाव के कारण यह जहाज धीरे-धीरे मिट रहा है।

टाइटैनिक में इस्तेमाल हुआ था खराब सामान : Titanic : Conspiracy Theories And Facts

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ऐसा माना जाता है कि जिस कंपनी ने टाइटैनिक बनाया था उसने पैसे बचाने के लिए खराब मटेरियल का इस्तेमाल किया था। टाइटैनिक अपने समय का सबसे बड़ा और लग्जरी जहाज था जिसे बिना किसी बजट लिमिट के बनाया गया था। इस लग्जरी लाइनर में लाखों लोहे की कीलें लगाई गई थीं, लेकिन थ्योरी यह कहती है कि इनमें से कई कीलों में जंग लगी हुई थी और स्टील की प्लेटिंग की जगह जंग लगे हुए लोहे की प्लेटिंग ही की गई थी।

ऐसे में जब स्टीम शिप बर्फीले पानी में आइसबर्ग से टकराया तो यह प्लेटिंग उखड़ गई जिसके कारण यह त्रासदी हुई।

ऊपर बताई हुई किसी भी कॉन्सपिरेसी थ्योरी को लेकर कोई सबूत सामने नहीं आए हैं। पर क्या पता कभी इन थ्योरीज में से कोई सही निकल जाए।

आपको इनमें से किस थ्योरी पर सबसे ज्यादा यकीन है? हमें अपने जवाब आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें Jyoti Patrika से।

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