भगवान शिव के पूजन में न चढ़ाएं कुमकुम, जानें इसके पीछे की वजहें
कुमकुम सौंदर्य का प्रतीक है : Why Kumkum Is Not Offered To Lord Shiva 2023
कुमकुम को सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है और इसका जुड़ाव सौभाग्य से होता है। यहां तक कि विवाहित स्त्रियां भी कुमकुम का इस्तेमाल करती हैं और भगवान शिव को वैरागी माना जाता है, इसलिए उनका स्त्रियों से जुड़ी सामग्रियों के साथ कोई संबंध नहीं होता है।
इसी वजह से शिव जी को कुमकुम नहीं चढ़ाई जाती है। इसके साथ ही कुमकुम को स्त्री तत्व माना जाता है इसलिए भी इसे शिवलिंग पर नहीं अर्पित किया जाता है।
भगवान शिव को वैरागी माना जाता है : Why Kumkum Is Not Offered To Lord Shiva 2023
ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव एक वैरागी हैं और उन्हें सांसारिक सुखों या इससे जुड़ी सामग्री से कोई लगाव नहीं है। भगवान शिव एक तपस्वी भी हैं जो सांसारिक सुखों से दूर कैलाश में निवास करते हैं।
इसी वजह से उनके ऊपर कोई भी सौंदर्य की सामग्री न चढ़ाने की सलाह दी सांसारिक सुखों का त्याग कर दिया है, और उन्हें सौंदर्य से जुड़ी वस्तुएं चढ़ाने की प्रथा नहीं है। इसी वजह से कुमकुम का इस्तेमाल शिव पूजन में वर्जित है।
कुमकुम हल्दी से बनी होती है : Why Kumkum Is Not Offered To Lord Shiva 2023
कुमकुम ऐसी सामाग्री है जो हल्दी से बनती है और ज्योतिष में हल्दी को भी शिवलिंग पर चढ़ाने से मना किया जाता है। मान्यता है कि शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाने से शिव पूजन का फल नहीं मिलता है और शिव जी नाराज हो सकते हैं।
इसके साथ ही, हल्दी महिलाओं की खूबसूरती बढ़ाने के लिए प्रयोग की जाती है। स्त्री तत्वों से संबंध रखने की वजह से हल्दी शिव जी को प्रिय नहीं है। चूंकि कुमकुम हल्दी से मिलकर बनाया जाता है, इसलिए इसका इस्तेमाल भी शिव पूजन में नहीं किया जाता है।
भगवान शिव को संहारक भी माना जाता है : Why Kumkum Is Not Offered To Lord Shiva 2023
ऐसी मान्यता है कि कुमकुम महिलाएं मस्तक पर सौभाग्य की रक्षा के लिए लगाती हैं और शिव जी को जगकर्ता और संहारक दोनों माना जाता है। इसी वजह से कुमकुम का जुड़ाव शिव जी से नहीं है।
बल्कि उन्हें प्रसन्न करने के लिए चन्दन या भस्म उनके मस्तक पर लगाईं जा सकती है। शिव पूजन में किसी भी ऐसी सामग्री का इस्तेमाल वर्जित है जो सौंदर्य या सांसारिक सुखों से जुड़ी हो। इसी वजह से उन्हें पूजन में भांग, धतूरा चढ़ाया जाता है जो आमतौर पर अन्य स्थानों में इस्तेमाल में नहीं लाया जाता है।
माता पार्वती को चढ़ाया जाता है कुमकुम : Why Kumkum Is Not Offered To Lord Shiva 2023
जहां एक तरफ शिव पूजन में कुमकुम वर्जित है वहीं माता पार्वती को कुमकुम अवश्य चढ़ाया जाता है। यदि आप ऐसा करती हैं तो माता की कृपा के साथ शिव जी की कृपा दृष्टि भी मिलती है क्योंकि माता पार्वती शिव जी की अर्धांगिनी हैं और उनकी प्रिय सामाग्री कुमकुम है।
इसी वजह से यदि आप शिव पूजन करें तो शिव जी के साथ पार्वती जी का पूजन भी करें और शिव जी को मस्तक पर चंदन का तिलक और माता पार्वती की कुमकुम या हल्दी का तिलक लगाएं।
यहां बताए कुछ विशेष ज्योतिष कारणों की वजह से शिव पूजन में कुमकुम का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
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